भगवान् क्यों
क्यों मेरी बेटी के साथ इतना बड़ा खेल खेल रहे हो,
आखिर क्या गुनाह किया है उसने जो उसे इतनी बड़ी सजा दे रहे हो,
हर रोज तुम्हारी पूजा करती है
क्या यह गुनाह है
सारी दुनियां आपके आगे झुकती है
तो आपको क्या फर्क पड़ता है उसमे से एक कम हो गया तो,
आप तो सारे संसार के पिता हैं
पर मैं क्या करूँ मेरी तो एक ही बेटी है ना
सारे संसार के पिता हो
कभी एक बेटी के पिता बनकर देखो कितनी तकलीफ होती है
तीन साल की थी मेरी पायल तब तुमने उससे उसकी माँ को छीन लिया
तब मैं खामोश रहा
रात रात भर इन्हीं हाथों का झूला बनाकर, लोरी गाकर उसे सुलाया है,
मत करो भगवान् ऐसा मत करो
यदि जान ही लेनी है तो मेरी ले लो
मगर कोई भी बेटी का बाप अपनी बच्ची को मरते हुए नहीं देख सकता,
भगवान, नहीं देख सकता