फूट डालो और शासन करो नीति
अपनाई थी
अंग्रेजों ने
हमने भी कौन सा तीर मार लिया
वही नीति
अपनाते है।
बना कर गये जो कानून
वही कानून
चलाते हैं
उन कानून में बदला तो वही
पसर्नल लॉ
फूट डालो और शासन करो
जो हमें स्वतंत्रता की लडाई के समय याद आया था
कि हमें जाति-पांति को
त्यागकर
एक होना है।
भूल गये है हम
जाति, धर्म, भाषा, वर्ण
ये हथियार
बन गये हैं
नेताओं के
करते है वार आरक्षण का ,
बनाओ ढाल एकता की
न बना सके वेवकूफ
न बांट सके छोटे-छोटे समूहों मैं
बोट बैंक की तरह
न खुले हों जगह जगह
अलग अलग नाम के बैंक
बैंक एक हो अपना
खाते खोलना हमारे हाथ में होता है।
नहीं खोलें हम खाते उनके
जो चुनाव के समय आते हैं
हमारे घर पर
हम खोलते हैं उनका
खाता
तभी खुलता है उनका खाता
स्विस बैंक में।
दिनेश दुबे
9229547354
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