About Me

भोपाल, मध्‍यप्रदेश, India
लेखक कला के क्षेत्र में सबसे पहले फिल्‍म टंट्या भील में कार्य किया जिसमें होल्‍कर पुलिस का रोल निभाया, इसके बाद फिल्‍म चक्रब्‍यूह में कार्य किया जिसमें ब्‍यूरोकेट का रोल निभाया एवं फिल्‍म सत्‍याग्रह में अनसनकारी का रोल किया जिसमें अमिताभ बच्‍चन के साथ अनसन पर बैठकर रोल किया।

Wednesday, 16 August 2017

तपती गर्मी में छांव सी मां....

तपती गर्मी में छाँव सी माँ !

तपती गर्मी में छाँव सी माँ
रिसते जख्मों पर दवाओं सी माँ

नन्हें पैरों की जुराबों सी माँ
ऊनी टोपी सी दुआओं सी माँ

परियों की कहानी-कथाओं सी माँ
आशीषों सी माँ और सुझावों सी माँ

समरसता की मूरत पर झुकाव सी माँ
मिटटी के खिलोने, कागज़ की नाव सी माँ

ममता के आँगन में हारी सी माँ
कभी नहीं थकती ये प्यारी सी माँ

बच्चे की चोटों पर सहमी सी माँ
पीर-फकीरों पर रहमी सी माँ

आँगन के झूले और पलने सी मां
फिर बूढे की मॉं हो या ललने की मॉ

प्रेम प्यार उपकार नहीं सहज कर्म और निष्छल है
वह केवल मॉ का दिल है जो गंगा जल सा निर्मल है
मॉ के लिये तो बेटा बेटी रहते हैं एक समान यहॉ
भले हो पृथ्वी गोल यहॉ पर मॉ का ऑचल समतल है





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