उद्यान विभाग का सेटअप येसा बनाया गया है कि एक ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी पर एक माली भी नहीं पड़ता है। भोपाल में ही ४०० के लगभग दैनिक वेतन भोगी श्रमिक लगातार ३५ वर्षों से कार्यरत हैं और ये सभी मंत्रीयों के बंगलों, राजभवन, आईएएस के बंगलों पर कार्यरत होने के बावजूद इनके लिये पदों का श्रजन आज तक नहीं किया गया। दिया तले अंधेरा। रिटायर होने के बाद इन्हैं ग्रेज्युटी का लाभ भी नहीं दिया जा रहा है। इतने वर्षों बाद मान.शिवराज सिंह जी ने आदेश करा है जिससे एक आशा की किरण नजर आ रही है। देखते हैं अब विभाग की व्यूरोकेसी क्या निर्णय लेती है।
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